नवरात्री - हिन्दू
मान्यताओ के अनुसार
नवरात्री माँ जगदम्बा
की पूजा अर्चना
का त्यौहार है।
इस त्यौहार में
हिन्दू जन माँ
शक्ति की पूजा
अर्चना करते है।
शब्दों के अनुसार
देखा जाये तो
"नवरात्री" दो शब्दों
से मिलकर बना
हुआ है नव + रात्रि । इसमें "नव" अर्थात "नौ दिन" एवं "रात्रि" अर्थात "रात" से
है। इन नौ
दिनों में माता
के नौ स्वरूपों
की पूजा की
जाती है और
दसवे दिन अर्थात
विजयादशमी
के दिन
रावण का दहन
किया जाता है
जो की दशहरा के नाम
से संपूर्ण विश्व
में प्रसिद्ध है।
नवरात्री की धूम
वेसे तो सम्पूर्ण
भारत में रहती
है फिर भी
मुखयत: इससे गुजरात
एवं कोल्कता में
बड़ी ही धूम
धाम से मनाया
जाता है। इन
नौ दिनों में
सभी दिन एक
पारंपरिक नर्त्य का विशेष
महत्त्व रहता है
जिसे हम गरबा के नाम
से जानते है।
और सम्पूर्ण विश्व
में गुजरात के
गरबों की विशेष
धूम एवं पहचान
है। वही दूसरी
और कोल्कता में
माँ शक्ति की
पूजा प्रसिद्ध है।
गरबा नर्त्य विशिष्ट प्रकार की पारंपरिक वेशभूषा एवं
डांडियों के साथ खेल
जाता है, समय
के साथ साथ
गरबा के प्रकार
एवं नर्त्य की
कलाओ में भी
बहुत बदलाव हुआ
है। आज एक
नए प्रकार का
गरबा देखने को
मिलता है जो
की डांडियों के
साथ साथ दीयों,
मटकियों के साथ
होता है।
भारत में हर
त्यौहार कुछ अपनी
अलग विशेषताओं के
लिए जाना जाता
है और यहाँ
उससे मानाने का
एक अलग ही
प्रकार होता है। नवरात्री
में पूजा अर्चना
कर लोग मन
की शांति, सम्रद्धि
एवं सम्पन्नता के
लिए माँ काली
के नौ स्वरूपों
की पूजा करते
है।
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Nice Post
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